उज्जैन. सिंहस्थ मेला क्षेत्र में महामंडलेश्वर अवधेशानंदजी के शिविर में शनिवार से संत मुरारी बापू की रामकथा शुरू हुई। शाम 4 बजे शुरू हुई कथा में 15000 श्रोता मौजूद थे।
युवाओं के लिए: दृढ़ संकल्प और दृढ़ भरोसा रखें। गुरु साध्य है। गुरु लक्ष्य है, आखिरी परम तत्व है मंजिल। मंजिल को पाएं और जीवन का उद्धार करें। एक अच्छा संकल्प लें और उसे पूरा करें।
महिलाओं के लिए: जीवन में सुख-दु:ख दो पहलू हैं। दु:ख में विचलित नहीं हो। अच्छे कर्म करें। एक-दूसरे की मदद करें। धर्म भी कर्म को प्रधानता देता है।
पुरुषों के लिए: धर्म जोड़ना सिखाता है। कोई भी धर्म तोड़ना नहीं सिखाता। सभी धर्म ग्रंथों में उल्लेख है कि दूसरों के कल्याण के लिए कार्य करें और सबके हितों की रक्षा करें।
Source - Dainik Bhaskar
For More Live Updates Download AtoZ Simhastha 2016 :- Click Here
युवाओं के लिए: दृढ़ संकल्प और दृढ़ भरोसा रखें। गुरु साध्य है। गुरु लक्ष्य है, आखिरी परम तत्व है मंजिल। मंजिल को पाएं और जीवन का उद्धार करें। एक अच्छा संकल्प लें और उसे पूरा करें।
महिलाओं के लिए: जीवन में सुख-दु:ख दो पहलू हैं। दु:ख में विचलित नहीं हो। अच्छे कर्म करें। एक-दूसरे की मदद करें। धर्म भी कर्म को प्रधानता देता है।
पुरुषों के लिए: धर्म जोड़ना सिखाता है। कोई भी धर्म तोड़ना नहीं सिखाता। सभी धर्म ग्रंथों में उल्लेख है कि दूसरों के कल्याण के लिए कार्य करें और सबके हितों की रक्षा करें।
Source - Dainik Bhaskar
For More Live Updates Download AtoZ Simhastha 2016 :- Click Here